शब्द का अर्थ
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संकर्षण :
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पुं० [सं०] १. अपनी ओर खींचने की क्रिया या भाव। २. खेत में हल जोतना। ३. ग्यारह रुद्रों में से एक रुद्र। ४. श्रीकृष्ण के भाई बलदेव का एक नाम। ५. वैष्णवों का एक संप्रदाय जिसके प्रवर्तक निम्बार्क जी थे। ६. कानून में अधिकार, उत्तरदायित्व आदि के विचार से किसी वस्तु या व्यक्ति के स्थान पर दूसरी वस्तु या व्यक्ति का रखा या नाम चढ़ाया जाना (सबरोगेशन)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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