शब्द का अर्थ
|
संदिग्धार्थ :
|
वि० [सं० संदिग्ध+त्व] १. संदिग्ध होने की अवस्था, धर्म या भाव। २. साहित्य में एक प्रकार का दोष जो उस समय माना जाता है जब किसी अलंकारिक उक्ति का ठीक-ठीक अर्थ प्रकट नहीं होता या अर्थ के संबंध में कुछ संदेह बना रहता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संदिग्धार्थ :
|
वि० [सं० कर्म० स०] जिसका अर्थ संदिग्ध या अस्पष्ट हो। पुं० विवादग्रस्त विषय। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |