शब्द का अर्थ
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					समुत्थ					 :
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					वि० [सं० सम-उत्√स्था (ठहरना)+क, स=थ, लोप] १. उठा हुआ। २. उत्पन्न। जात।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					समुत्थान					 :
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					पुं० [सं० सम-उद्√स्था (ठहरना)+ल्युट-अन] १. ऊपर उठाने की क्रिया। २. उन्नति। ३. उत्पत्ति। ४. आरंभ। ५. रोग का निदान। ६. रोग का शमन या शान्ति।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					समुत्थित					 :
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					भू० कृ० [सं० सम-उद्√स्था (ठहरना)+क्त] १. अच्छी तरह उठा हुआ। २. जो प्रकट हुआ हो। ३. उद्भूत। उत्पन्न। ४. घिरा हुआ। (बादल)। ५. प्रस्तुत। ६. जो आरोग्य लाभ कर चुका हो। ७. फूला हुआ। ८. किसी के मुकाबले में उठा हुआ।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |