शब्द का अर्थ
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					सावघ					 :
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					वि० [सं०] जिसके संबंध में कोई आपत्तिजनक बात कही जा सकती हो। जो किसी रूप में दोष, भ्रम आदि से युक्त हो। ‘निरवद्य’ का विपर्याय। जैसा—आपका यह कथन मेरी दृष्टि में कुछ सावद्य है। पुं० योग में तीन प्रकार की सिद्धियों में से एक। (शेष दो प्रकार निवद्य औऱ सूक्ष्म कहलाते हैं।)				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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