शब्द का अर्थ
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					सुवर्णा					 :
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					स्त्री० [सं०] १. अग्नि की सात जिह्वाओं में से एक। २. इक्ष्वाकु की पुत्री और सुहोत्र की पत्नी। ३. हलदी। ४. काला अगर। ५. बरियारा। बला। ६. कटेरी। सत्यानाशी। ७. इन्द्रायन। इनारू।				 | 
			
			
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					सुवर्णाकर					 :
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					पुं० [सं० ष० त०] सोने की खान।				 | 
			
			
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					सुवर्णाक्ष					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] शिव।				 | 
			
			
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					सुवर्णाख्य					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] १. नागकेसर। २. धतूरा ३. एक प्राचीन तीर्थ।				 | 
			
			
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					सुवर्णाभ					 :
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					वि० [सं० ब० स०] जिसमें सोने की—सी आभा या चमक हो। पुं० रागावर्त नामक मणि। लाजवर्द।				 | 
			
			
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					सुवर्णार					 :
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					पुं० [सं०] लाल कचनार।				 | 
			
			
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					सुवर्णाह्वा					 :
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					स्त्री० [सं० ब० स०] पीलीजूही। सोनजूही।				 | 
			
			
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