शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					सौज					 :
				 | 
				
					वि० [सं० सौजस्] शक्तिशाली। बलवान्। ताकतवर। स्त्री० [फा० साग] साज—सामान। उपकरण। सामग्री।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सौजना					 :
				 | 
				
					अ०=सजना (शोभित होना)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सौजन्य					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०] सुजन होने की अवस्था, गुण या भाव। सुजनता। भलमनसत।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सौजन्यता					 :
				 | 
				
					स्त्री०=सौजन्य (असिद्ध रूप)।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सौजा					 :
				 | 
				
					पुं० =सावज (शिकार का जानवर)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					सौजात					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०] सुजात के वंश में उत्पन्न व्यक्ति। वि० सुजात संबंधी। सुजात का।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |